अटल पेंशन योजना

                                                                               अटल पेंशन योजना

  अटल पेंशन योजना एक सरकारी पेंशन योजना है जो भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य वृद्धावस्था के लोगों को वित्तीय समर्थन प्रदान करना है। यह योजना नामकरण के लिए भारतीय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई है।अटल पेंशन योजना के तहत, वृद्ध पेंशनार्थियों को नियमित वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। पेंशनार्थी किसी भी वयस्क भारतीय नागरिक को हो सकता है जो अटल पेंशन योजना के पात्रता मानकों को पूरा करता है।जाने जल जीवन मिशन के बारे में

योजना के कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1 वय: अटल पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
2 पेंशन राशि: पेंशन राशि स्थायी रूप से निर्धारित होती है और इसमें सुनिश्चित रूप से वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
3 पात्रता मानक: आवेदक की मासिक आयु सीमा और अन्य पात्रता मानकों को पूरा करना होता है।
4 पेंशन स्कीम्स: अटल पेंशन योजना के तहत कई पेंशन स्कीम्स हैं, जैसे कि अटल पेंशन योजना (APY), अटल स्वास्थ्य योजना (ASHA), अटल 5 5 ज्योति योजना (AJY), इत्यादि।
6 अटल पेंशन योजना का उद्देश्य वृद्धावस्था में वित्तीय स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि वृद्ध लोग अपने जीवन के अंत समय में भी 7 7 स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का अनुभव कर सकें।

अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक सामाजिक सुरक्षा योजना है जो 9 मई 2015 को शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य जनता को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना विशेषकर वे लोगों के लिए है जो अपनी नौकरी छोड़ देते हैं या अपना व्यापार बंद करते हैं और अपनी अवसानित जीवन में आर्थिक सुरक्षा चाहते हैं।

इस योजना के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:

1 पेंशन की गारंटी: अटल पेंशन योजना में प्रति माह निर्धारित राशि की पेंशन गारंटी की जाती है, जिससे व्यक्ति अपनी वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षित रह सकता है।
2 योजना की शुरुआत उम्र में: इस योजना को आधी आयु वर्ग के लोगों के लिए शुरू किया गया है, जिससे युवा अपनी नौकरी या व्यापार छोड़ने के बाद इसमें शामिल हो सकते हैं और अपनी आर्थिक सुरक्षा की योजना बना सकते हैं।
3 योजना में निवेश कम: अटल पेंशन योजना में निवेश की राशि सामान्य बनायी गई है, जिससे योजना का लाभ आम व्यक्ति को मिल सकता है।
4 पेंशन की राशि वृद्धि: योजना में निवेश की राशि को समर्थन करने के लिए सरकार ने निर्धारित निवेश स्तरों को तय किया है, जिससे पेंशन की राशि में समृद्धि हो सकती है।
5 सरकारी सहायता: अगर योजना के तहत किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो उसके नायकों को एक समाप्ति राशि प्रदान की जा सकती है।
6 योजना के लाभ प्राप्त करने के लिए आपको नियमित रूप से योजना के तहत निर्धारित योगदान को जमा करना होगा। इससे आप अपनी वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षित रह सकते हैं।

अटल पेंशन योजना से हुआ  का लाभ

भारत सरकार कामकाजी गरीबों की वृद्धावस्था आय सुरक्षा के बारे में चिंतित है और उनकी सेवानिवृति हेतु बचत करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित एवं सक्षम बनाने पर केंद्रित है । इसका उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में कामगारों के बीच दीर्घायु जोखिमों को दूर करने और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को उनकी सेवानिवृत्ति के लिए स्वेच्छा से बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है ।
इसलिए भारत सरकार ने 2015-16 के बजट में अटल पेंशन योजना (एपीवाई) नामक एक नई योजना की घोषणा की है। एपीवाई असंगठित क्षेत्र के सभी नागरिकों पर केंद्रित है। यह योजना एनपीएस संरचना के माध्यम से पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा प्रशासित है।

अटल पेंशन योजना की मुख्य विशेषताएं:

अटल पेंशन योजना की स्थापना भारत सरकार द्वारा 60 वर्ष की आयु के बाद सभी भारतीयों को गारंटीकृत मासिक पेंशन प्रदान करने के लिए की गई थी। इसके लक्ष्य मुख्य रूप से असंगठित क्षेत्र के गरीब, वंचित और श्रमिक हैं। इसे पीएफआरडीए (पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण) द्वारा एनपीएस (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली) संरचना के माध्यम से विनियमित किया जाता है।
1000 रु. से 5000 रु. प्रति माह (1000 के गुणकों में) के बीच अभिदाताओं हेतु न्यूनतम मासिक पेंशन की गारंटी ।
न्यूनतम पेंशन की गारंटी भारत सरकार द्वारा इस अर्थ में दी जाएगी, कि यदि पेंशन अंशदान पर वास्तविक प्राप्त प्रतिलाभ अंशदान की अवधि में न्यूनतम गारंटीकृत पेंशन के लिए अनुमानित प्रतिफल से कम है, तो ऐसी कमी को सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जाएगा। वहीं यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक प्रतिलाभ न्यूनतम गारंटीकृत पेंशन के लिए अनुमानित प्रतिलाभ से अधिक है तो अंशदान की अवधि के दौरान, इस तरह की अधिकता को ग्राहकों के खाते में जमा किया जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप अभिदाताओं को योजना के लाभ में वृद्धि होगी ।
केवल पहले 5 वर्षों के लिए भारत सरकार भी अभिदाताओं के योगदान का 50% या 1000/- रु. प्रति वर्ष, जो भी कम हो, का सह-अंशदान करेगी।
योगदान का लाभ 5 वर्ष की अवधि के लिए है और यह योजना उन लोगों के लिए है जो दिनांक 1.06.2015 से 31.03.2016 की अवधि के बीच खाते खोलते हैं।

अटल पेंशन योजना के तहत न्यूनतम पेंशन की इस अर्थ में सरकार द्वारा की गारंटी होगी कि यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न अंशदान की अवधि के दौरान कम हुआ तो इस तरह की कमी को सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। दूसरी ओर, यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न न्यूनतम गारंटी पेंशन के लिए योगदान की अवधि में रिटर्न की तुलना में अधिक हैं तो इस तरह के अतिरिक्त लाभ ग्राहक के खाते में जमा किया जायेगा जिससे ग्राहकों को बढ़ा हुआ योजना लाभ मिलेगा।

वर्तमान में, नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत ग्राहक योगदान एवं उसपर निवेश रिटर्न के लिए के लिए कर लाभ पाने के पात्र है। इसके अलावा, एनपीएस से बाहर निकलने पर वार्षिकी की खरीद मूल्य पर भी कर नहीं लगाया जाता है और केवल ग्राहकों की पेंशन आय सामान्य आय का हिस्सा मानी जाती है उसपर ग्राहक के लिए लागू उचित सीमांत दर लगाया जाता है।

इसी तरह के कर उपचार एपीवाई के ग्राहकों के लिए लागू हैवर्तमान में, नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत ग्राहक योगदान एवं उसपर निवेश रिटर्न के लिए के लिए कर लाभ पाने के पात्र है। इसके अलावा, एनपीएस से बाहर निकलने पर वार्षिकी की खरीद मूल्य पर भी कर नहीं लगाया जाता है और केवल ग्राहकों की पेंशन आय सामान्य आय का हिस्सा मानी जाती है उसपर ग्राहक के लिए लागू उचित सीमांत दर लगाया जाता है। इसी तरह के कर उपचार एपीवाई के ग्राहकों के लिए लागू है

कन्या उत्थान योजना के बारे में कुछ लेटेस्ट अपडेट्स इस प्रकार हैं:

स्नातक प्रोत्साहन योजना:

  • री-अप्लाई की सुविधा: 1 अप्रैल 2021 से 30 सितंबर 2023 तक स्नातक उत्तीर्ण करने वाली छात्राएं 31 दिसंबर 2023 तक री-अप्लाई कर सकती हैं.
  • बढ़ा हुआ आवंटन: 2022-23 में अतिरिक्त 65 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जिससे सभी योग्य छात्राओं को 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिल सके.
  • आधार सीडिंग: आधार नंबर को योजना से जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है.

बालिका उत्थान योजना:

  • लाभार्थियों की संख्या: 2022-23 में कुल 5 लाख 20 हजार 950 के करीब आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1 लाख 84 हजार 362 छात्राओं को लाभ दिया गया.
  • आवेदन प्रक्रिया: 1 जनवरी 2023 से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
  • नया पोर्टल: आवेदन के लिए नए पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है.

Attal pention Yojana Ki Letaste Update-(24 अप्रैल 2024)
योजना में शामिल होने की आयु सीमा में वृद्धि:

नई पात्रता: 1 दिसंबर 2024 से, योजना में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष से बढ़कर 21 वर्ष हो जाएगी।
प्रभावित व्यक्ति:
वे लोग जो 1 दिसंबर 2024 से पहले 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेते हैं, वे पुरानी पात्रता नियमों के तहत योजना में शामिल हो सकेंगे।
1 दिसंबर 2024 या उसके बाद 21 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले लोग ही योजना के लिए पात्र होंगे।
अन्य महत्वपूर्ण अपडेट:

पेंशन राशि में वृद्धि:
पीएफआरडीए पेंशन राशि में वृद्धि के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
प्रस्ताव के तहत, अधिकतम पेंशन ₹10,000 प्रति माह तक बढ़ सकती है।
ऑनलाइन सेवाओं में सुधार:
योजना के तहत ऑनलाइन सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
अब, आवेदक आधार ईकेवाईसी का उपयोग करके योजना में शामिल हो सकते हैं।
जागरूकता अभियान:
योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
अटल पेंशन योजना क्या है?

अटल पेंशन योजना (APY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक सामाजिक सुरक्षा योजना है।
यह योजना अनिवार्य रूप से 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर न्यूनतम पेंशन प्रदान करती है।

Attal Pention Yojana Ke Benefit

कम निवेश में गारंटीड पेंशन
कर लाभ
पति या पत्नी को पेंशन का विकल्प
नामांकित व्यक्ति को मृत्यु लाभ
योजना के लिए पात्रता:

18 से 40 वर्ष की आयु के बीच का भारतीय नागरिक
सरकारी सेवा में कार्यरत नहीं
किसी अन्य पेंशन योजना का सदस्य नहीं
योजना में कैसे शामिल हों:

निकटतम बैंक या डाकघर में जाएं
आवश्यक दस्तावेज जमा करें
अपना योगदान जमा करें

अधिक जानकारी के लिए:

आधिकारिक वेबसाइट: https://www.npscra.nsdl.co.in/
हेल्पलाइन: 1800-181-1234
नोट:

यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है।
योजना में शामिल होने से पहले नवीनतम अपडेट और नियमों और शर्तों के लिए अधिकारियों से संपर्क करना हमेशा उचित होता है।

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