Short Kahani In Hindi
कहानी का नाम: सच्ची दोस्ती (Short Kahani In Hindi)
एक बार की बात है, एक गाँव में दो गहरे दोस्त रहते थे—राजू और मोहन। दोनों बचपन से साथ खेले, साथ पढ़े और हर सुख-दुख में एक-दूसरे का साथ दिया।
एक दिन गाँव में भयानक सूखा पड़ गया। लोग गाँव छोड़ने लगे। राजू और मोहन ने भी सोचा कि अब शहर जाकर काम करना चाहिए। दोनों साथ निकल पड़े। रास्ते में उन्हें एक घना जंगल पार करना पड़ा। और भी प्रेरणा देखिए
जंगल में चलते-चलते अचानक एक भालू सामने आ गया। मोहन डरकर तुरंत पास के पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन राजू पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था। उसने सुना था कि भालू मरे हुए इंसानों को नहीं खाता, तो वह ज़मीन पर लेट गया और सांस रोक ली।
भालू राजू के पास आया, उसे सूंघा और चला गया। जब भालू चला गया, तो मोहन पेड़ से नीचे उतरा और बोला, “भालू तुम्हारे कान में क्या कह रहा था?”
राजू मुस्कराया और बोला, “भालू कह रहा था कि जो दोस्त मुश्किल वक्त में साथ छोड़ दे, उससे दूरी बनाना ही बेहतर है।”
मोहन शर्मिंदा हो गया।
सीख: सच्चा दोस्त वही होता है जो हर हाल में साथ निभाए।
कहानी का नाम: सच्ची दौलत (very short story in hindi)
एक बार की बात है, एक गाँव में रमेश नाम का एक गरीब किसान रहता था। वह रोज़ खेत में मेहनत करता, पर उसकी आमदनी बहुत कम थी। फिर भी वह हमेशा खुश रहता था।
एक दिन गाँव में एक अमीर सेठ आया। उसने रमेश को देखा और पूछा, “तुम इतने गरीब हो, फिर भी मुस्कुराते क्यों रहते हो?”
रमेश ने मुस्कराकर जवाब दिया, “मेरे पास जो है, उसमें खुश रहना मैंने सीख लिया है। मेरे पास परिवार है, दोस्त हैं, और शांति है। यही मेरी असली दौलत है।”
सेठ चुप हो गया। उसने पहली बार समझा कि सच्ची खुशी पैसों में नहीं, संतोष में होती है।
शिकारी और चूहा और कबूतर:
कबूतर और चूहा एक बार, कबूतरों का एक समूह कुछ अनाज खाने के बाद एक शिकारी के जाल में फंस गया। वे संघर्ष करते रहे और उम्मीद खो बैठे, लेकिन कबूतरों के सरदार के पास एक तरकीब थी। उसने उन्हें जाल उठाकर पहाड़ी की चोटी पर जाने को कहा जहाँ उनके चूहे दोस्त रहते थे। चूहे, अपने दोस्तों को मुसीबत में देखकर तुरंत आए और जाल को चबाकर कबूतरों को आज़ाद कर दिया। आभारी कबूतरों ने चूहों को धन्यवाद दिया और उड़ गए, उन्हें एहसास हुआ कि सच्ची दोस्ती की कोई सीमा नहीं होती।
शिक्षा: एकता में शक्ति है सच्चे मित्र हमेशा जरूरत के समय एक दूसरे की मदद करते हैं।
5 lines short stories with moral in hindi
1. बंदर और टोपीवाला
एक टोपीवाला जंगल से गुजर रहा था।
उसके टोपी बंदरों ने ले ली।
टोपीवाले ने अपनी टोपी उतारकर ज़मीन पर फेंकी।
बंदरों ने नकल की और टोपी गिरा दी।
सीख: समझदारी से काम लेने पर बड़ी समस्या भी हल हो सकती है।
2. चींटी और कबूतर
चींटी पानी में गिर गई, डूबने लगी।
कबूतर ने पत्ता डालकर उसे बचा लिया।
कुछ दिन बाद शिकारी कबूतर को पकड़ने आया।
चींटी ने शिकारी को काटा, कबूतर उड़ गया।
सीख: नेकी का फल जरूर मिलता है।
3. आलसी लड़का
एक लड़का हर काम कल पर टालता था।
उसके खेत में बीज बोने का समय निकल गया।
फसल नहीं हुई और उसे भूखा रहना पड़ा।
तब उसने समय की कीमत समझी।
सीख: काम को समय पर करना जरूरी है।
5. लोमड़ी और खट्टे अंगूर
लोमड़ी ने अंगूर खाने की बहुत कोशिश की।
जब न मिला तो बोली, “ये तो खट्टे हैं।”
असल में वो उन्हें पा नहीं सकी।
इसलिए उसने खुद को समझा लिया।
सीख: जो ना मिले, उसे बुरा कहना सही नहीं।
कहानी 1: सच्चाई का पुरस्कार (10 lines short stories with moral hindi)
कहानी 1: सच्चाई का पुरस्कार
एक गाँव में राम नाम का एक गरीब लड़का था जो हमेशा सच्चाई बोलता था, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो।
एक दिन उसे सड़क पर एक बटुआ मिला जिसमें बहुत सारे पैसे और पहचान पत्र थे।
राम ने बिना किसी लालच के उस बटुए को पहचान पत्र के अनुसार असली मालिक तक पहुँचा दिया।
उस आदमी ने राम की ईमानदारी देखकर उसे इनाम दिया और गाँव में सबको उसकी तारीफ की।
धीरे-धीरे उसकी सच्चाई और नेकदिली की वजह से उसे एक अच्छी नौकरी मिल गई।
अब वह गाँव के बच्चों को सच्चाई और ईमानदारी का पाठ पढ़ाता है।
गाँव के लोग आज भी अपने बच्चों को राम की मिसाल देते हैं।
राम की जिंदगी में बहुत कठिनाइयाँ आईं, लेकिन उसने कभी सच्चाई का साथ नहीं छोड़ा।
ईमानदारी ने उसे न सिर्फ सम्मान, बल्कि एक उज्ज्वल भविष्य भी दिया।
नैतिक शिक्षा: सच्चाई और ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है।
2. लालची कुत्ता
एक कुत्ता रोटी लेकर जा रहा था।
नदी पार करते समय उसने अपनी परछाई देखी।
उसे लगा किसी और के पास बड़ी रोटी है।
उसने परछाई पर झपट्टा मारा।
रोटी उसके मुँह से गिरकर पानी में बह गई।
अब उसके पास कुछ भी नहीं था।
वो बहुत पछताया।
लेकिन समय निकल चुका था।
उसने सबक सीखा।
नीति: लालच बुरी बला है।
3. सच्चा दोस्त
दो दोस्त जंगल से गुजर रहे थे।
रास्ते में एक भालू आ गया।
एक दोस्त पेड़ पर चढ़ गया।
दूसरा जमीन पर गिरकर मरा होने का नाटक करने लगा।
भालू उसके कान में कुछ कहकर चला गया।
पेड़ वाला नीचे आया और पूछा, “भालू ने क्या कहा?”
उसने कहा, “ऐसे दोस्तों से दूर रहो जो मुसीबत में साथ न दें।”
पहला दोस्त शर्मिंदा हो गया।
दोस्ती में भरोसा जरूरी है।
नीति: सच्चा दोस्त वही है जो मुसीबत में काम आए।
4. मेहनत का फल
एक किसान रोज़ अपने खेत में काम करता था।
उसका बेटा आराम पसंद था।
पिता ने मरने से पहले खेत में खजाना छिपाने की बात कही।
बेटे ने खेत खोद डाला लेकिन खजाना नहीं मिला।
खेत उपजाऊ हो गया और फसल अच्छी हुई।
उसे खूब मुनाफा हुआ।
अब उसे एहसास हुआ कि यही असली खजाना है।
पिता की बात समझ आ गई।
वह मेहनत करने लगा।
नीति: मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।
5. झूठ का अंजाम
एक लड़का रोज़ “भेड़िया आया!” कहकर मज़ाक करता।
गाँव वाले दौड़े चले आते।
फिर लड़का हँसकर कहता, “मज़ाक था!”
एक दिन सच में भेड़िया आया।
लड़का चिल्लाया, पर कोई नहीं आया।
भेड़िया उसकी भेड़ों को खा गया।
लड़का रोने लगा।
गाँव वालों ने कहा, “अब भरोसा नहीं बचा।”
झूठ बोलना बुरी आदत है।
नीति: बार-बार झूठ बोलने वाले पर कोई विश्वास नहीं करता।
6. संतोषी आदमी
एक आदमी हर चीज़ से असंतुष्ट था।
उसे हमेशा दूसरों की चीज़ें अच्छी लगती थीं।
एक दिन वह एक संत से मिला।
संत ने उसे आईना दिया जिसमें वह अपनी असलियत देख सकता था।
उसने देखा कि उसके पास बहुत कुछ है।
फिर भी वह नाखुश था।
अब उसने संतोष करना सीख लिया।
उसे शांति मिली।
उसका जीवन खुशहाल हो गया।
नीति: संतोष सबसे बड़ा धन है।
किसान और सांप की कहानी ( short kahani in hindi )
एक बार एक किसान सर्दियों के दिनों में अपने खेतों में से गुज़र रहा था। तभी उसकी नज़र एक ठंड में सिकुड़ते हुए सांप पर पड़ी।
किसान को पता था की सांप बहुत ही खतरनाक जीव है लेकिन फिर भी उसने उसे उठाया और अपनी टोकरी में रख लिया।
फिर उसके ऊपर उनसे घास और पत्ते दाल दिए ताकि उसे कुछ गर्मी मिल जाए और वो ठण्ड की वजह से मरने से बच जाये।
जल्द ही सांप ठीक हो गया और उसने टोकरी से निकल कर उस किसान को काट लिया जिसने उसकी इतनी मदद की थी।
उसके जहर से तुरंत ही उसकी मौत हो गयी और मरते मरते उसने अपनी आखिरी साँस में यही कहा “मुझसे ये सीख लो, की कभी किसी दुष्ट (बुरे, नीच) पर दया न करो”।
नैतिक शिक्षा: कुछ लोग ऐसे होते हैं की जो अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते हैं, फिर चाहे हम उनके साथ कितना भी अच्छा व्यवहार करें। हमेशा उन लोगों से सावधान रहें और उनसे दूरी बनाए रखें जो केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं।